अहंकार मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु

 अहंकार मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु


श्रीमद् भागवत कथा में संत की महिमा का किया विस्तार से वर्णन 




सूरौठ। कस्बे के उदासी का बाग मंदिर परिसर में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के दौरान शुक्रवार को आचार्य घनानंद महाराज ने महाभारत काल से जुड़ी कई कथाओं का विस्तार से वर्णन किया। आचार्य ने कहा कि अहंकार मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु है। उन्होंने कहा कि सदाचार का पालन करना ही मनुष्य का सबसे बड़ा धर्म है। भागवत आचार्य घनानंद महाराज ने कहा कि किसी भी जीव को परेशान कर कमायें गए धन में कलयुग का निवास होता है वही मेहनत से कमाए हुए धन में परमात्मा का निवास होता है। उन्होंने कहा कि जहां शराब एवं जुआ खेला जाता है वहां कलयुग का ही निवास होता है। कथा के दौरान आचार्य ने संत की महिमा का भी विस्तार से वर्णन किया। कथा सुनने के लिए पांडाल में काफी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।

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