ईस्ट सेन्ट्रल रेलवे इम्प्लांइज यूनियन क़े द्वारा दिनांक :-26 और 27 जुलाई -2025 को होनेवाले केंद्रीय कार्यकारिणी समिति कि बैठक में आम रेल कर्मचारियों क़े विभिन्न समस्याओं क़े निदान कि प्राथमिकता रहेगी।

ईस्ट सेन्ट्रल रेलवे इम्प्लांइज यूनियन क़े द्वारा दिनांक :-26 और 27 जुलाई -2025 को होनेवाले केंद्रीय कार्यकारिणी समिति कि बैठक में आम रेल कर्मचारियों क़े विभिन्न समस्याओं क़े निदान कि प्राथमिकता रहेगी।



*ड्यूटी में रन - ओवर से मौत गंभीर चिंता का विषय। देश में हुए सभी रन - ओवर हादसों की न्यायिक जाँच कराई जाए ----------------- रत्नेश वर्मा*


*दिनांक :-26 एवं 27 जुलाई -- 2025 दिन शनिवार और रविवार को पटना स्थित रेलवे सामुदायिक भवन में होनेवाले ईस्ट सेन्ट्रल रेलवे इम्प्लांइज यूनियन क़े केंद्रीय कार्यकारिणी समिति कि बैठक में भाग लेने क़े लिए रक्सौल रेलवे स्टेशन ( समस्तीपुर मंडल ) से श्री रत्नेश वर्मा जी नामित हुए है जो इस यूनियन क़े केंद्रीय संयुक्त सचिव भी हैं। दिनांक :-25/7/2025 को बातचीत में श्री रत्नेश वर्मा जी क़े द्वारा इस केंद्रीय कार्यकारिणी समिति क़े बैठक क़े महत्व पर प्रकाश डाला गया। उन्होंने बताया कि सभी विभागों में कर्मचारियों कि भारी कमी है, जिससे कई लोगों का कार्य एक ही आदमी क़े जिम्मे आ गया है। हर कर्मचारी क़े ऊपर काम का अत्यधिक दबाव और प्रेशर बना रहता है। देश में लगातार कही न कहीं रेल कर्मचारियों का ड्यूटी क़े दौरान रन - ओवर / मौत की खबरें मिलती रहती है। रेल प्रशासन भी मुआवजा और अन्य रकम, अनुकम्पा आदि देकर अपना पल्ला झार लेता है। रन - ओवर की घटनाओं को रोकने क़े लिए कारगर कदम नहीं उठाये जा रहे हैं। कल ही 24/07/2025 को रतलाम डिवीजन क़े उज्जैन स्टेशन पर कार्यरत गजेंद्र आर्या SSE/सिग्नल ड्यूटी क़े क्रम में सीहोर --बकतल सेक्शन क़े किलोमीटर नम्बर -199/68 में ट्रेन नम्बर :- 14115 से कटकर शहीद हो गए। इन सब घटनाओं की उच्चस्तरिये जाँच हो और रिपोर्ट प्रकाशित किया जाए। ट्रेक क्षेत्र में कार्य करनेवाले सभी विभाग जैसे :- ट्रेकमैंन, की मैन, पेट्रोल मैन, सिग्नल मेंटेनर, सिग्नल सहायक, टेलीकॉम मेंटेनर / सहायक, पॉइंट्समैन, शंटमैन, टी•आर•डी• स्टॉफ, आदि सभी कर्मचारियों को अविलम्ब जीवन रक्षक यन्त्र दिया जाना चाहिए। रेलवे स्टॉफ का एक करोड़ का जीवन बीमा सरकार द्वारा किया जाए। रेलवे बोर्ड प्रतिवर्ष 02% पोस्ट सरेंडरिंग का अपना आदेश जल्द से जल्द वापस लें। उन्होंने आगे कहा की रेलवे बोर्ड क़े कई आदेशों पर अमल नहीं किया जा रहा है जैसे :------ सिग्नल विभाग क़े लिए जारी निम्नलिखित आदेशों का पालन किया जाना चाहिए।*


(1) सिग्नल इंजिनीयरिंग मैनुअल भाग -2 क़े पैरा नम्बर -11.9.2. तथा रेलवे बोर्ड क़े निर्देश संख्या -2015/Sig./Non Gaz./1, दिनांक :-09/08/2023 क़े अनुसार सभी सिग्नल आर्टिज़न स्टाफ को कार्मिक शाखा द्वारा अनुमोदित ड्यूटी - रोस्टर दिया जाना आवश्यक है। पुरे जोन में कही भी सिग्नल आर्टिज़न स्टॉफ को कोई भी ड्यूटी रोस्टर नहीं दिया गया है। इसे उपलब्ध करवाया जाए।


(2) रेलवे बोर्ड क़े निर्देश संख्या :- 2007/Signal/Non Gazetted /1/Norms, दिनांक :- 16/08/2010 क़े अनुसार सभी सिग्नलिंग गियर्स का मेंटेनेन्स गियर यूनिट चार्ट- DESU क़े अनुसार ही कार्य - लोड का डिस्ट्रीब्यूशन किया जाना चाहिए। D.E.S.U. क़े अनुसार गीयर का डिस्ट्रीब्यूशन करने क़े लिए सभी मण्डलों को आवश्यक दिशानिर्देश जारी किया जाए।


(3) Correction Slip No. :-143 ( IRPWM ) केवल नाम क़े लिए ही है। सभी जगह पॉइंट का लुब्रिकेशन सिग्नल आर्टिज़न स्टाफ क़े ऊपर एक्स्ट्रा लोड देकर कराया जा रहा है। रेल -पथ विभाग अपना कार्य नहीं क्र रहा है। दिशानिर्देश जारी किया जाए।


(4) रेलवे एक्ट -1989 क़े पैरा नम्बर -14 क़े अनुसार सभी विभाग क़े कार्य करनेवाले जगहों पर ड्यूटी - रोस्टर, वर्गीकरण, लीव रिकार्ड, ओवरटाइम रजिस्टर, मूवमेंट बोर्ड, कम्प्लेन रजिस्टर आदि रहने चाहिए। पुरे जोन में सिग्नल विभाग में किसी भी स्टेशन पर यह सब नहीं है। इन सबकी आपूर्ति कराई जाए।


(5) रेलवे बोर्ड क़े निर्देश संख्या - 2015/Sig./E/Non -Gaz./1, दिनांक :-01/03/2024 क़े अनुसार सभी सेक्शनल हेड क्वार्टर स्टेशनो में नाईट फेलियर गैंग की शिफ्ट ड्यूटी होनी चाहिए, परन्तु कहीं भी सिग्नल विभाग में नाईट फेलियर गैंग नहीं बनाया गया है। इसे अविलम्ब बनवाया जाए।


(6) रेलवे बोर्ड क़े पत्र संख्या - 2018/TF Cell/S&T/S&T Uniform, दिनांक :-05/03/2019 क़े अनुसार सभी सिग्नल कर्मचारियों को वर्ष में दो बार सेफ्टी शु, एक बार विंटर जैकेट, एक बार रेनकोट आदि सामग्री दिया जाना चाहिए। DHN, SPJ और DNR डिवीजन में यह सब सामग्री वितरित नहीं की गयी है।वर्ष -2020 से सभी कर्मचारियों से जूता का साइज़, जैकेट का नाप आदि पूछकर लिखा जाता रहा है, लेकिन सामग्री बितरित नहीं हो पायी है।सभी सामग्री जल्द से जल्द वितरित कराया जाए।


(7) सिग्नल विभाग क़े सभी सेक्शनल मुख्यालय में कर्मचारियों क़े समस्याओं क़े निराकरण हेतु एक त्रेमासिक फेमिली सेमिनार का आयोजन किया जाए।


(8) प्रायः सभी जगहों पर सिग्नल विभाग क़े आर्टिज़न स्टाफ से रेगुलर मेंटेनेन्स का कार्य नहीं कराकर कार्यालय का कार्य, इंजिनीयरिंग, T. R. D आदि अन्य विभाग का कार्य कराने क़े साथ साथ सेक्शनल सुपरवाइजर अपने कार्यों को भी कराते रहतें है, जिससे सिग्नल मेन्टनेंस स्टॉफ पर चौतरफा दबाव और कार्य का प्रेशर बढ़ रहा है। विभिन्न रेल दुर्घटनाओं और कर्मचारियों क़े रन - ओवर होने क़े पीछे एक कारण यह भी हो सकता है। इस पर एक नोटिस तुरंत निकाला जाना चाहिए, ताकी यह सिस्टम तुरंत प्रभाव से बंद हो।


(9)अप्रेल -2005 में हुए सावरमती एक्सप्रेस दुर्घटना क़े बाद रेलवे बोर्ड क़े अध्यक्ष महोदय द्वारा जारी विशेष निर्देश पत्र संख्या - CRB/2005/Safety/1/3/3, दिनांक :-22/04/2005 में किसी भी सिग्नल बिफलता की सूचना केवल और केवल ड्यूटी कऱ रहे कार्यरत मेंटेनेन्स स्टॉफ अथवा पर्यवेक्षक को ही देने की बात लिखी गयी है, परन्तु सभी जगहों पर रात्रि में विश्राम कर रहे सिग्नल मेंटेनर को नींद में ही अति संवेदनशील सेफ्टी सर्किट को तुरंत ठीक कर देने की लिखित हिदायत फेलियर मेमो क़े माध्यम से दी जाती है, जिससे न केवल रेल दुर्घटना की संभावना बनती है, बल्कि सिग्नल स्टॉफ भी रन ओवर होते रह रहे है। इसे तत्काल प्रभाव से बंद किया जाना चाहिए।


(10) सिग्नल / टेलीकॉम विभाग में ट्रांसफर पॉलिसी को पारदर्शी बनाने क़े लिए सभी आवेदनो का क्रम संख्या क़े साथ सूची एवं नेमनोटिंग जारी किया जाय।


(11) सिग्नल मेंटेनर को लैपटॉप / टेबलेट आदि कुछ भी नहीं दिया गया है, न ही कहीं पे वाइ फ़ाई सुविधा है। इन सबके बावजूद प्रतिदिन कार्य पूरा करने क़े बाद SMMS में सभी गियर का डाटा इंट्री करने का दबाव दिया जाता है। SMMS का कार्य एजेंसी से कराया जाए, ताकी प्रेशर में कोई अनहोनी नहीं हो।


(12) सभी जगहों पर ग्रुप -ड़ी कर्मचारियों की कमी की भरपाई करने क़े लिए एजेंसी द्वारा प्राइवेट लेबर देकर कार्य कराया जा रहा है, परन्तु समस्तीपुर मंडल में नहीं दिया जा रहा है।




                 *पूर्व मध्य रेलवे, हाजीपुर जोन का एकमात्र मान्यता प्राप्त यूनियन ईस्ट सेंट्रल रेलवे इम्प्लाइज यूनियन (ECREU) की CWC बैठक में रेलकर्मियों से जुड़े निम्न अहम मुद्दों को हल करने की दिशा में विचार विमर्श किया जायेगा*

*रेलकर्मी गण क़े मुद्दे :-*

1) पूंजीवाद परस्त चारों लेबर कानून को निरस्त किया जाय ।

2) NPS/UPS को समाप्त कर OPS लागू किया ।

3) रेलवे में प्रतिवर्ष 2% इंप्लाई के पोस्ट को सरेंडर करने के आदेश को अविलंब रोक लगाया जाय ।

4) रेलवे में सभी रिक्तियों को रिक्रूटमेंट के द्वारा अविलंब भरा जाय ।

5) रेलवे में कई विभागों के कई कार्यों को आउटसोर्स द्वारा कराना बंद किया जाय इसकी जगह नई रिक्रूटमेंट कर बहाली किया जाय ।

6) समान काम समान वेतन के तहत रेलवे में कार्यरत ठेका मजदूरों को समान वेतन दिया जाय ।

7) 8वाँ वेतन आयोग में पति-पत्नी, 2 बच्चे एवं बूढ़े मां-बाप (कुल 6 व्यक्ति) को आधार मानकर वेतन का निर्धारण किया जाय । वेतन निर्धारण 3.5 गुना रखा जाए।

8) 2024-2025 के P.L.B. बोनस का भुगतान सातवें वेतन आयोग के वेतन को आधार मानकर किया जाय

9)14/2 काला कानून को समाप्त किया जाय ।

10) 55/30 के सर्विस रिव्यू पर रोक लगाया जाय ।

11) सभी विभागों में आठ घंटा ड्यूटी रोस्टर लागु किया जाए।

12) सिग्नल एवं टेलीकौम विभाग में नाईट फेलियर गैंग का प्रावधान हो।

13) रक्सौल में रेलवे अस्पताल बनाया जाए।

14) सभी एल • सी • गेट पर C.C.T.V. लगाया जाए।

15) टी •ए •, NDA, O.T. आदि भत्तो क़ो समय से वेतन में लगाया जाए।

16) रेलवे बोर्ड क़े निर्देश क़े अनुसार सभी open line कर्मचारियों क़ो सेफ्टी शु, विंटर जैकेट, रेनकोट समय से मुहैया कराया जाए।

17) सेफ्टी कैटेगरी क़े स्टाफ क़े लिए त्रेमासिक फेमिली सेमिनार का आयोजन किया जाए।

18) ट्रेक क्षेत्र में कार्य करने वाले सभी विभाग क़े कर्मचारीयों क़ो अविलम्ब जीवन रक्षक यन्त्र दिया जाए।

19) सभी कर्मचारियों क़े लिए रेलवे आवास, गैंग हट, टूल कक्ष सह विश्राम कक्ष बनवाया जाए।

20) रेलवे इम्पैनल्ड अस्पतालो में UMID कार्ड क़े आधार पर ईलाज हो।

21) ट्रांसफर पॉलिसी में सुधार करके पारदर्शी बनाया जाए। प्रायोरिटी लिस्ट क़े अनुसार ट्रांसफर हो। अफसरशाही बंद हो।

22) सभी विभाग क़े आर्टिज़न स्टाफ क़ो रिस्क एंड हार्डशिप भत्ता दिया जाए.

23) सभी रन -ओवर हादसों की न्यायिक जाँच कराई जाए तथा रेल कर्मचारियों क़ो एक करोड़ का बीमा किया जाए।

24) L. D. C. E. एवं G. D. C. E. परीक्षा प्रत्येक वर्ष लिया जाए।

25) रेल कर्मचारियों के सभी स्थानीय समस्या को अभिलंब दूर किया जाय !

 






                         धन्यवाद।                                                                                                     

                        रत्नेश वर्मा 

 केंद्रीय ( जोनल )संयुक्त सचिव/ECREU, हाजीपुर जोन। 25/07/2025

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